Women at the pinnacle of success - Special on Women's Day

सफलता के शिखर पर महिलाएं -महिला दिवस पर विशेष
धरती सुनहरी, अंबर नीला… हर मौसम रंगीला… ऐसा देश है मेरा! इस देश की मिट्टी की सौंधी खुशबू और वतन का प्यार कुछ ऐसा है कि चाहे लोग दुनिया के किसी भी कोने में रहें, लेकिन उन्हें ये बातें भुलाए नहीं भूलती हैं।

यही वजह है कि इस माटी में रचे बसे भारतीय विदेश में भी यहां की संस्कृति व संस्कार उपजाने में जुटे हैं। कुछ ऐसी महिलाओं की कहानी से आपको रूबरू करवा रहे हैं, जिन्होंने अपनी प्रतिभा के दम पर देश-विदेश में मुकाम हासिल किया है,

जो लोगों के लिए प्रेरणादायक भी बन रही हैं।

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विदेश में भारतीय संस्कृति से करा रहीं परिचय

मध्य प्रदेश के इंदौर की ईशा दुबे पिछले कई वर्षों से अमेरिका के कैलिफोर्निया में रह रही हैं। उन्होंने साल 2008 में इंदौर के रेडियो स्टेशन से अपने करियर की शुरूआत की। साल 2012 में कैलिफोर्निया में ‘रेडियो जिंदगी’ से जुड़ीं। अमेरिका के सबसे बड़े 24*7 रेडियो नेटवर्क में बतौर आरजे काम कर अपने देश का नाम रोशन किया। वे अपने देश से दूर होने के बावजूद आधुनिक पीढ़ी को रेडियो से जोड़ने में जुटी हैं।

साथ ही भारत के विभिन्न कॉलेजों के स्टूडेंट्स संग आॅनलाइन सेमिनार के जरिये रेडियो के क्षेत्र में निष्पक्षता व नजरिये के अहम रोल के बारे में ट्रेनिंग देती हैं। ईशा अपने देश से दूर होने के बावजूद आधुनिक पीढ़ी को रेडियो से जोड़ने के प्रयास में जुटी हैं। सात समंदर पार अपनी मातृभाषा को रेडियो के माध्यम से दुनिया के मानचित्र पर स्थापित करने में जुटी ईशा बताती हैं, मैं बड़े-बड़े सपने देखते-देखते सात समंदर पार तो पहुंच गई, पर आज अपने देश की कमी जरूर खलती है। वे यहां रह रहे भारतीय बच्चों में सनातन संस्कृति विकसित करने का पूरा प्रयास कर रही हैं। वे बच्चों को देश के राष्ट्रीय पर्वों, स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के बारे में भी जानकारी देती हैं।

योग के जरिए सुधार रही अपनों की सेहत

राजस्थान की रेखा चौहान पिछले 12 सालों से स्विट्जरलैंड में रह रही है। एक कंपनी में बतौर आइटी विशेषज्ञ के तौर पर काम कर रही रेखा योग को अपना जीवन और देश की संस्कृति को अभिमान मानती हैं। उन्होंने कोरोना काल में खुद की सुरक्षा के साथ ही दूसरों को भी राह दिखाने का काम किया। रेखा वर्चुअल लाफ्टर योग क्लासेज के माध्यम से रोजाना भारत सहित विभिन्न देशों के लोगों को हंसी का तोहफा दे रही हैं।

रेखा के अनुसार सभी का जीवन जीने का तरीका, रहने की जगह और सफलता के रास्ते अलग-अलग हो सकते हैं लेकिन सभी का मकसद हमेशा जीवन में खुशी और सुकून को पाना है। इसीलिए उसने सोचा कि क्यों ना लोगों को हंसी का तोहफा दिया जाए। इसलिए वे फेस मेकिंग लाफ्टर, बोतल, अलमारी लाफ्टर, राम धनुष लाफ्टर, मुक्का लाफ्टर, वेट लिफ्टिंग लाफ्टर जैसे हास्य योग से लोगों को हंसाती हैं।

अर्पिता चौधरी: कोरोना काल में किया शानदार काम

अप्रैल 2021 में, जब भारत में दूसरी लहर के दौरान कोविड-19 मामले चरम पर थे, दिल्ली के लेडी श्री राम कॉलेज में स्नातक की छात्रा, 20 वर्षीय अर्पिता चौधरी ने #LetsFightCovidTogether पहल शुरू करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का सहारा लिया। अर्पिता ने वंचित और आदिवासी पृष्ठभूमि के छात्रों पर महामारी का सीधा प्रभाव देखा। अपनी मां और चाचा की मदद से, और अपने एनजीओ जज्बात फाउंडेशन के माध्यम से उन्होंने दिल्ली में कुछ छात्रों को इंटरनेट और लैपटॉप की सुविधा देकर राजधानी में रहने और अपनी पढ़ाई जारी रखने में मदद की।

अर्पिता और कई अन्य स्वयंसेवक छात्रों को फ्री में कोचिंग कक्षाएं उपलब्ध करवार्इं और छात्रों को नकद और तरह-तरह के दान में समन्वय किया। अर्पिता को ट्विटर इंडिया द्वारा भी कोरोना काल में मददगार बनने पर सम्मान के तौर पर मान्यता दी गई। उन्होंने अस्पताल के बिस्तर, आॅक्सीजन की आपूर्ति, चिकित्सा सहायता, सहित अन्य संसाधनों के बारे में जानकारी का एक लाइव डेटाबेस बनाए रखा। अपनी सहेलियों आरुषि राज और शिवानी सिंघल के साथ, जो कॉलेज की छात्राएं भी हैं, उन्होंने अपने रास्ते में आने वाली जानकारी को सत्यापित किया और एक हजार से अधिक लोगों की मदद की।

फाल्गुनी नायर: स्टॉक एक्सचेंज में पहली महिला-नेतृत्व वाली कंपनी

फाल्गुनी नायर एक भारतीय व्यवसायी और ब्यूटी स्टार्टअप नायका की फाउंडर हैं। फाल्गुनी नायर ने एएफ फर्ग्यूसन एंड कंपनी से अपने करियर की शुरूआत की। फिर कोटक महिंद्रा बैंक के साथ करीब 18 साल तक जुड़ी रहीं। उस समय फाल्गुनी कोटक महिंद्रा इन्वेस्टमेंट बैंक की प्रबंध निदेशक के पद पर थीं। हालांकि बाद में उन्होंने कोटक महिंद्रा को छोड़ने का फैसला लिया। फाल्गुनी ने साल 2012 में नायका की शुरूआत की। नायका एक ब्यूटी और पर्सनल केयर से जुड़ी कंपनी है। जब उन्होंने नायका को लॉन्च किया जो उस वक्त ब्यूटी केयर से जुड़े प्रोडक्ट्स की शॉपिंग के लिए ऐसा कोई विकल्प महिलाओं के लिए नहीं था।

उसके बाद उन्होंने अपना खुद का ब्यूटी एंड पर्सनल केयर ब्रांड खड़ा कर दिया। उनके 35 स्टोर हैं। इतना ही नहीं उनके नायका फैशन में एपेरल, एसेसरीज, फैशन से जुड़े प्रोडक्ट्स हैं और 4,000 से ज्यादा ब्यूटी, पर्सनल केयर और फैशन ब्रांड्स शामिल हैं। नायका में फाल्गुनी 1600 से अधिक लोगों की टीम को लीड करती हैं। फाल्गुनी की नेटवर्थ 6.5 बिलियन डॉलर से ज्यादा हो गई। फाल्गुनी नायर देश की सबसे अमीर सेल्फ मेड महिला बन गई हैं और उनकी कंपनी नायका स्टॉक एक्सचेंज में प्रवेश करने वाली भारत की पहली महिला-नेतृत्व वाली कंपनी बन चुकी है।

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