एमएसजी भारतीय खेल गांव

23 एकड़ में विस्तृत ‘ एमएसजी भारतीय खेल गांव ’ खेल जगत को समर्पित

पूज्य गुरु संत डॉ. एमएसजी का खेलों से चिर-परिचित नाता रहा है। पूज्य गुरु जी स्वयं 32 प्रकार के खेलों के नेशनल खिलाड़ी रहे हैं और खेलों के प्रति पूज्य गुरु जी का समर्पित भाव जग-जाहिर है। पूज्य गुरु जी के खेलों के प्रति समर्पण भाव का ही परिणाम है कि यहां पर आए दिन राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी आते रहते हैं और खेलों की बारीकियों से अवगत होते हैं।

पूज्य गुरु जी ने अब अपने खेलों के प्रति लगाव के चलते डेरा सच्चा सौदा में एक वृहद ‘खेल गांव’ का निर्माण करवा दिया है।

ओलंपिक में देश का प्रदर्शन ऊंचा उठाने व अंतर्राष्ट्रीय स्तर के महान् खिलाड़ी तैयार करने का बीड़ा उठा लिया है।

खेलों में भारत को विश्व पटल पर ले जाने के लिए तथा ओलंपिक खेलों में देश की झोली में ज्यादा से ज्यादा मैडल दिलवाने के उद्देश्य से डेरा सच्चा सौदा ने 18 जुलाई, दिन मंगलवार को खेल जगत को ‘एमएसजी भारतीय खेल गांव’ के रूप में एक बहुमूल्य तोहफा दिया।

पूज्य गुरु डॉ. एमएसजी ने अपने पावन कर कमलों से रिबन जोड़कर अत्याधुनिक सुविधाआें से सुसज्जित खेल गांव का उद्घाटन किया। करीब 23 एकड़ में फैले इस खेल गांव में दो दर्जन से अधिक खेलों के अंतर्राष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम बनाए गए हैं, जहां एक साथ विभिन्न खेलों के खिलाड़ी अभ्यास कर सकेंगे।

खेलों के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों के साथ साथ स्वयं पूज्य गुरुजी समय समय पर खिलाड़ियों को खेल संबधी टिप्स देकर लाभांवित करेंगे।

मौजूद है हर खेल सुविधा

खेल गांव परिसर में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट स्टेडियम, लॉन टेनिस में क्ले कोर्ट व सिंथटिक कोर्ट, रोलर स्केंटिग स्टेडियम, वालीबॉल, हॉकी, बॉस्केटबॉल, फुटबॉल, हैंडबॉल, जिम्नास्टिक, गन शूटिंग, नेटबॉल स्टेडियमों का निर्माण किया गया है। इनके अलावा यहां पर मल्टीपर्पज हॉल की सुविधा भी स्थापित की गई है, जिसमें योगा अभ्यास, बैडमिंटन, वॉलीबाल, व तीरंदाजी खेल होंगे।

आॅल पर्पज पूल:

खेल गांव में आॅल पर्पज पूल भी बनाया गया है जिसमें एक साथ स्वीमिंग, वाटर पोलो, व डाईविंग के खेल हो सकेंगे। इसके अलावा आॅल जंपिंग इवेंट फैसिलिटी में लॉग जंप, हाई जंप, ट्रिपल जंप तथा आॅल थ्रोइंग फैसिलिटी भी खिलाड़ियों को मुहैया करवाई गई है। वहीं एक बड़ा जूडो हॉल भी बनाया गया है। इसके अलावा भी यहां अनेक खेलों के लिए बेहतर सुविधा उपलब्ध है।

स्टैंडर्ड ट्रैक की भी मिलेगी सुविधा:

खेलगांव में खिलाड़ियों के लिए 400 मीटर (स्टैंडर्ड ट्रैक) का ट्रैक बनाया गया है, जिस पर खिलाड़ी नियमित अभ्यास कर सकेंगे। ट्रैक में खिलाड़ी 100, 200, 400, 800 मीटर सहित सभी प्रकार की दौड़ का अभ्यास कर सकेंगे।

देश को दिए हैं सैकड़ों मेडलिस्ट

संस्थान से अब तक 107 अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी, 6120 राष्टÑीय स्तर के खिलाड़ी निकल चुके हैं। विभिन्न खेलों में वर्ल्ड कप में 31 गोल्ड, 19 सिल्वर व 13 ब्रॉज मैडल प्राप्त किए हैं। एशियन गेम्स में 22 गोल्ड, 40 सिल्वर व 33 मैडल मिले हैं।

पूज्य गुरुजी के मार्गदर्शन में शाह सतनाम जी शिक्षण संस्थान अब तक विभिन्न खेलों के राष्ट्रीयअंतर्राष्ट्रीय स्तर के हजारों खिलाड़ी देश को दे चुका है। खिलाड़ियों ने योगा, रोलर स्केटिंग हॉकी, जूडो इत्यादि खेलों में विश्व स्तर पर शानदार प्रदर्शन करते हुए देश का नाम रोशन किया है।

वर्तमान में शाह सतनाम जी शिक्षण संस्थान में कुल 1029 खिलाड़ी हैं, जिनमें 524 लड़के व 505 लड़कियां हैं। संस्थान के 5 खिलाड़ियों को हरियाणा का सबसे बड़ा खेल अवार्ड ‘भीम अवार्ड’ मिल चुका है।

राष्टÑीय स्तर पर 943 गोल्ड मैडल मिले हैं जबकि सीबीएसई स्तर पर 735 गोल्ड व 1181 सिल्वर मैडल मिल चुके हैं। संस्थान के 102 खिलाड़ी खेलों के द्वारा विभिन्न सरकारी सेवाओं में कार्यरत हैं। खेलों को बढ़ावा देने के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए जा चुके हैं। पूज्य गुरुजी खिलाड़ियों को शुद्ध सोने, चांदी व हीरे जड़ित मैडल प्रदान करते हैं। अब तक 5 करोड़ रुपए से अधिक का सोना मैडल के रूप में खिलाड़ियों को दिया जा चुका है।

पूज्य गुरु जी ने खेल गांव का निर्माण कर खिलाड़ियों को बेशकीमती तोहफा दिया है। पूज्य गुरुजी के इस सराहनीय प्रयास से खेलों को बढ़ावा मिलेगा। पूज्य गुरुजी के आशीर्वाद से भारतीय रेलवे की हॉकी टीम लगातार तीसरी बार चैंपियन बनी है।

मैं स्वयं भी यहां समय समय पर खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने के लिए आता रहूंगा।
कोच दवेंद्र सिंह, भारतीय रेलवे हॉकी टीम (उद्घाटन अवसर पर उपस्थित)।

खेल गांव बनाने का लक्ष्य है ओलंपिक खेलों में भारत को मैडल दिलवाना। ओलंपिक मैडल गले में हो और तिरंगा लहलहा रहा हो यही हर खिलाड़ी का लक्ष्य हो।

खिलाड़ियों को यहां सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। जो खिलाड़ी जनूनी होंगे और मेहनत करेंगे वे अवश्य सफल होंगे। खिलाड़ियों को अध्यात्म से जोड़ा जाएगा तथा ड्रग्स (नशा) लेने वाले खिलाड़ियों के लिए यहां कोई जगह नहीं होगी। खिलाड़ियों को ब्रह्मचार्य का पालन करने तथा शत प्रतिशत अनुशासन में रहने की हिदायत दी जाएगी।
यहां के शिक्षण संस्थानों में अच्छे खिलाड़ियों की पौध तैयार हो रही है तथा बाहर से भी अच्छे खिलाड़ी लाएंगे। जब गेम लिया है तो खिलाड़ी ईमानदारी से खेलें।

खेल के मैदान को पूजा के स्थान की तरह मानें। टेलेंट को इतना उठा दो कि हर कोई सलाम करे और किसी भी तरह की सिफारिश की जरूरत ही ना पडे। खिलाड़ी प्रणायाम के साथ शुरूआत करे, गुरुमंत्र का जाप करे तो उसकी पॉवर टॉन हो जाती है, पुल या बे्रक नही होती। -डा. एम.एस.जी

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