पूज्य परम पिता जी की रहमत
सत्संगियों के अनुभव
पूज्य परम पिता जी की रहमत ,गोद में बिठा ले गए निजधाम
स्व. श्री राम सिंह नम्बरदार पुत्र श्री मुधरा राम, गांव सिवाहा जिला व तहसील जींद, (हरियाणा) के निवासी थे।...
सतगुरु प्रत्येक क्षण अपने शिष्य की सम्भाल करता है
सतगुरु प्रत्येक क्षण अपने शिष्य की सम्भाल करता है
पूजनीय सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज का रहमो-करम
सत्संगियों के अनुभव
प्रेमी चरण दास पुत्र श्री गंगा सिंह गांव कबरवाला तहि. मलोट जिला श्री मुक्तसर साहिब हाल आबाद...
हमने तो नाली (घग्गर) देखने जाना है। नहीं, अभी जाना है
हमने तो नाली (घग्गर) देखने जाना है। नहीं, अभी जाना है: सत्संगियों के अनुभव
- पूज्य डॉ. एमएसजी (हजूर पिता जी) का रहमो-करम
प्रेमी सम्पूर्ण सिंह इन्सां एडवोकेट सुपुत्र स. प्रीतम सिंह जी गांव अमरपुरा राठान...
बेटा, घबराना नहीं, हम तेरे साथ हैं
... बेटा, घबराना नहीं, हम तेरे साथ हैं :- पूज्य हजूर पिता डॉ. एमएसजी की रहमत
प्रेमी जगदीश राय इन्सां सुपुत्र सचखंडवासी श्री शाम लाल मानसा शहर, जिला मानसा (पंजाब) से सतगुरु की रहमत का...
सुमिरन के लिए अलसुबह आकर उठाते प्यारे मुर्शिद
सत्संगियों के अनुभव : पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज की अपार रहमत
सुमिरन के लिए अलसुबह आकर उठाते प्यारे मुर्शिद
प्रेमी राम गोपाल इन्सां पुत्र सचखण्डवासी कृष्ण चन्द रिटायर्ड एस.ई. सिंचाई विभाग (हरियाणा) निवासी शाह सतनाम जी नगर सरसा ने अपने जीवन से जुड़ी अनमोल यादों एवं सतगुरु की रहमत का इस प्रकार बखान करते हुए बताया कि सन् 1990 की बात है। उस समय हम सपरिवार भाखड़ा ब्यास मैनेजमैंट बोर्ड की कालोनी हिसार में रहते थे।
सतगुरु जी ने अपने शिष्यों की मांग पूरी की
सन 1952 की बात है कि मेरे गांव के कुछ सत्संगी भाइयों ने डेरा सच्चा सौदा सरसा में पहुँच कर बेपरवाह मस्ताना जी के चरण-कमलों में विनती की कि शहनशाह जी हमारे गांव में सत्संग करो जी। बेपरवाह जी ने उनकी विनती मंजूर कर ली।
यह रुपए हराम के थोड़े ही हैं
सत्संगियों के अनुभव :- पूजनीय बेपरवाह मस्ताना जी महाराज ने करवाई सोझी
‘‘ यह रुपए हराम के थोड़े ही हैं ’’
तू गरीब आदमी है, यह सौ रुपया तू अपने घर काम में प्रयोग कर लेना।...
सतगुरु जी की रहमत से घुटने की चपनी ठीक हुई
पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की अपार रहमत
सत्संगियों के अनुभव
प्रेमी सुखदेव सिंह इन्सां पुत्र श्री सुरजीत सिंह गांव भंगचिड़ी तहसील व जिला मुक्तसर साहिब (पंजाब)।
20 सितम्बर 2005 की...
सतगुरु अपनी रूह को स्वयं लेने आता है
पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज की अपार रहमत
सतगुरु अपनी रूह को स्वयं लेने आता है Satguru comes to take his soul by himself
सत्संगियों के अनुभव
बहन बलजीत कौर इन्सां पुत्री सचखण्डवासी नायब सिंह...
समय पर चलते नहीं, फिर नारे लगाते हो
समय पर चलते नहीं, फिर नारे लगाते हो :
सत्संगियों के अनुभव पूजनीय बेपरवाह मस्ताना जी की रहमत....
ज्ञानी करतार सिंह जी लाट साहब, गांव रामपुरथेड़ी डेरा सच्चा सौदा हरद्वार धाम जिला सरसा। लाट साहिब ने...
दोबारा नाम-शब्द लेने वालों को ऐसे बाहर भेजा
दोबारा नाम-शब्द लेने वालों को ऐसे बाहर भेजा
सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय बेपरवाह सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज की कृपा-दृष्टि
ज्ञानी करतार सिंह गांव रामपुर थेड़ी(सरसा) से खुद-खुदा वाली दो जहान पूज्य शहनशाह मसताना जी महाराज के...
असाध्य रोग भी काट देता है सुमिरन
असाध्य रोग भी काट देता है सुमिरन
सत्संगियों के अनुभव
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां का रहमो-करम
प्रेमी जिले सिंह पुत्र श्री साधू राम गाँव थेह बनेड़ा तहसील गुहला-चीका जिला कैथल (हरियाणा)...
भयानक कर्म भी कट जाते हैं।
मेरा लड़का हरजिन्द्र सिंह उम्र 35 वर्ष मोटरसाइकिल पर गाँव से पीलीबंगा आ रहा था। अचानक उसकी आँख में मच्छर वगैरा कुछ पड़ गया। वह आँख मसलने लगा तो मोटर साईकिल का बैलेंस बिगड़ गया और वह पक्की सड़क पर जोर से गिर पड़ा। उसी समय मेरे पास पीलीबंगा से फोन आया कि आपके लड़के हरजिन्द्र का एक्सीडैंट हो गया है।
‘‘चल उठ भक्ता! वायदा किया था नाम जपने का…’’
7पूजनीय बेपरवाह सार्इं मस्ताना जी महाराज का पावन रहमो-करम
‘‘चल उठ भक्ता! वायदा किया था नाम जपने का...’’ "Come on, devotee! Promised to recite the name… ”
प्रेमी चरण दास पुत्र श्री गंगा सिंह गांव ढण्डी...