हर सिनेमाघर में गूंजा ‘शेर-ए-हिंद’ सफल बिजनेस के साथ कमाया नाम

पहले 21 दिन में कमाए 261 करोड़ रूपये

हर सिनेमाघर में गूंजा ‘शेर-ए-हिंद’ सफल बिजनेस के साथ कमाया नाम: भारतीय सिनेमा जगत के इतिहास में 10 फरवरी, शुक्रवार के दिन एक और नया अध्याय जुड़ गया। बड़े पर्दे पर धमाकेदार अंदाज में 3 हजार से भी अधिक स्क्रीनों पर रिलीज हुई पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की चौथी फिल्म ‘हिंद का नापाक को जवाब’ (एमएसजी द लायनहार्ट-2) ने समूचे बालीवुड समेत हॉलीवुड में भी खूब हलचल पैदा कर दी है। रिलीजिंग के पहले ही दिन देशभर के पीवीआर व सिनेमाघर हाऊसफुल रहे।

सिनेमाघरों की टिकट-खिड़कियों पर दर्शकों का जमावड़ा लगा रहा। कहीं टिकटों के लिए मारामारी देखने को मिली, तो कई स्थानों पर दर्शक सुबह 6 बजे से ही लाइनों में लगकर टिकट खरीदते नजर आए। एक शो खत्म होने से पहले ही अगले शो के लिए दर्शकों की लंबी कतारें देखने को मिली, बल्कि कहीं-कहीं तो दो दिन की एडवांस बुकिंग करवाने के लिए भी दर्शक लाइनों में लगे थे।

सरसा के माही सिनेमा में तो रात्रि 12 बजे से ही दर्शकों का जोश देखते ही बन रहा था। यहां दर्शक न केवल डीजे पर चले फिल्म के गानों पर जमकर थिरके, बल्कि ‘जागो’ निकालकर खुशी का इजहार किया। सिर पर एमएसजी टोपी, बदन पर एमएसजी टी-शर्ट व जुबां पर शेर-ए-हिंद…, हर सिनेमाघर पर कुछ इस तरह दिखाई दे रहा था दर्शकों का जुनून। कोई फैंस ढोल-नगाड़ों की थाप पर जश्न मना रहे थे तो कोई छोड़ रहे थे आतिशबाजी। हर तरफ सुनाई दे रही थी तो बस शेर-ए-हिंद…शेर-ए-हिंद के नारों की गूंज। आसमां भी फिल्म के गानों से गुंजायमान हो रहा था। कहीं मिठाइयां बांटी जा रही थी तो कहीं हो रही थी पुष्प वर्षा।

दुनियाभर में आतंकी पनाहगारों का सबसे बड़ा अड्डा बन चुका हमारा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान किस तरह से युवाओं को जिहाद के नाम पर बरगलाकर उन्हें आतंक की गहरी दलदल में धकेल रहा है? दुनिया की बर्बादी का सपना पाले आतंकी आका किस तरह से भोले-भाले युवाओं को हथियार थमा आतंकी ट्रेनिंग देकर उन्हें इंसानियत का दुश्मन बना रहे हैं! किस तरह से हैवानियत व शैतानियत का खूनी खेल चल रहा है? ऐसे ही सभी नापाक चेहरों व नापाक मंसूबों को दुनिया के सामने लाकर रख दिया है शुक्रवार को रिलीज हुई डॉ. एमएसजी की चौथी फिल्म ‘हिंद का नापाक को जवाब’ (एमएसजी लायनहार्ट-2) ने। वाकई यह फिल्म नापाक चेहरे पर एक करारा तमाचा है। फिल्म ने नापाक की वो सारी पोल पट्टी खोलकर रख दी है जो वह हिन्दुस्तान को बर्बाद करने के लिए बरसों से तैयार करने में जुटा है।

दरअसल फिल्म की कहानी ‘उड़ी हमले’ के बाद भारतीय सेना द्वारा किए गए सर्जिकल स्ट्राइक पर आधारित है। फिल्म में भारत माता का एक बहादुर जांबाज जो शेर-ए-हिंद की भूमिका में है, के अदम्य साहस से परिचित कराया गया है, जो पड़ोसी मुल्क में टॉप सीक्रेट एजेंट के रूप में जाकर न केवल भेष बदल-बदल कर सभी आतंकी ठिकानों का पता लगाता है बल्कि उनके घर में ही घुसकर दुश्मनों को नाकों चने चबवाकर उनकी हर नापाक हरकत को नाकाम कर भारत के लिए मिसाल बनता है।

फिल्म में दिखाई गई बिलोचिस्तान प्रांत में आतंकियों द्वारा महिलाओं, बच्चों पर ढ़हाए जा रहे जुल्म की तस्वीर भी दर्दनाक होने के साथ-साथ रौंगटे खड़े कर देने वाली है। फिल्म की कहानी बताती है कि देशभक्ति का अर्थ केवल सीमा पर तैनात होकर दुुश्मनों से लड़ना ही नहीं है बल्कि हर उस ताकत का डटकर मुकाबला करना है जो राष्टÑ की आन-बान और शान के लिए खतरा बनी है फिर चाहे वे देश के अंदर हों या वतन से बाहर बॉर्डर पार घात लगाए बैठे आतंकी। फिल्म में मुल्क के दुश्मनों से डटकर मुकाबला करने का संदेश है। देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत यह फिल्म आपके मन में भी अपने वतन व मातृभूमि के लिए प्यार को एक बार फिर जरूर उभार देगी।

गजब की टेक्नोलॉजी,हर स्टंट लाजवाब:

उड़ी हमले के बाद आतंकियों को उनके घर में ही घुसकर मुंहतोड़ जवाब देने की कहानी पर आधारित ‘हिंद का नापाक को जवाब’ में फिल्म में दिखाए गए एक से एक हैरतंगेज स्टंट देख दर्शक दातों तले अंगुली दबाए बिना नहीं रह सके। फिल्म के सुपर हीरो डॉ. एमएसजी अपने के हाथ में पहनी घड़ी के बटन को दबाते ही कभी सुपर बाईक व सुपर कार बन जाती है तो कभी पैन व चिप जैसी वस्तु फैंकने मात्र से ड्रोन कैमरा, तो कभी बाज की तरह दिखने वाला पक्षी आसमां में उड़ता हुआ दिखाई पड़ता है। यही नहीं एक जगह पर इस हाईटेक घड़ी का बटन दबाने मात्र से तितलियां निकलती हुई दिखाई देती हैं जो बाद में आतंकी कैंपों पर बंब बलास्ट कर देती हैं। यह सुपर घड़ी वीडियो चैट का भी माध्यम है जिसे शेर-ए- हिंद इस फिल्म के दौरान कई बार इस्तेमाल करते हैं।

यह सब दृश्य देख हर कोई दंग रह गया। कुल मिलाकर यह पूरी तरह से स्टंट आधारित फिल्म है। फिल्म का हर एक्शन जहां लाजवाब ह,ै वहीं इसमें रोमांस के साथ सस्पेंस भी है। जहां फिल्म के डायलॉग कमाल के हैं वहीं इसमें थ्रीडी का भी मिश्रण है। पिछली फिल्मों की ही भांति यह फिल्म न केवल दर्शकों का मनोरंजन कर रही है बल्कि आवाम के मन में देशभक्ति की भावना जगाने के साथ राष्टÑ की आन-बान और शान के लिए मर-मिटने के जज्बात भी पैदा कर रही है। फिल्म में मातृभूमि की रक्षा के लिए मर मिटने का अद्भुत व ऐतिहासिक संदेश दिया गया है।

अंगुली उठाने वालों को भी मिला जवाब:

केवल भारतवर्ष ही नहीं बल्कि दुनिया के हर कोने से काफी समय से आतंक का पर्याय बन चुके पाकिस्तान की असलियत दुनिया के सामने लाए जाने व उसे आतंकी राष्ट घोषित किए जाने की आवाज उठ रही है ताकि भविष्य में वह किसी भी देश में आतंकवादी गतिविधियां करने से बाज आए। ऐसे में पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की चौथी फिल्म ‘हिंद का नापाक को जवाब’ (एमएसजी द लायनहार्ट-2) ने नापाक की असलियत का पर्दाफाश कर दुनिया को यह बता दिया है कि पाकिस्तान की सरजमीं पर ही आतंक पनपता है। ‘हिंद का नापाक को जवाब’ दुनिया की वह पहली फिल्म बन गई है जिसमें नापाक करतूतों को इतनी बारीकी से फिल्माया गया हो। फिल्म में उन्हें भी बखूबी जवाब दिया गया है जिन्होंने भारतीय सेना द्वारा किए गए इस सर्जिकल स्ट्राइक पर अंगुली उठाई थी।

देश सेवा का संकल्प ले रहे नौजवान :

पूज्य गुरु संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की चौथी फिल्म ‘हिंद का नापाक को जवाब’ (एमएसजी द लायनहार्ट-2) में शेर-ए-हिंद की वीरगाथा से परिचित होकर देशभक्ति के जज्बे से ओतप्रोत हुए सिने प्रेमी राष्ट्र सेवा का प्रण भी ले रहे हैं। पूज्य गुरु जी की पहली फिल्मों में भी देशभक्ति का गजब का संदेश दिया गया है। डॉ. एमएसजी जी की पहली फिल्म ‘एमएसजी द मैसेंजर’ में ‘जिएंगे-मरेंगे, मर मिटेंगे देश के लिए… बूंद-बूंद खून की हमरी देश के लिए’ गाना देशभक्ती का अद्भुत संदेश दे रहा है। इसके अलावा तीसरी फिल्म ‘एमएसजी द वॉरियर लायनहार्ट’ में भी डॉ. एमएसजी लायन हार्ट की भाूमिका में हैं। यह फिल्म भी देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत है।

रहस्य, रोमांच और देशभक्ति का संगम :

पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां दो साल में अपनी चौथी शानदार फिल्म ‘हिन्द का नापाक को जवाब’ (एमएसजी लायन हार्ट-2) लेकर ‘शेर-ए-हिन्द’ के रूप में शुक्रवार को रूपहले पर्दे (सिल्वर स्क्रीन) पर अवतरित हुए। फिल्म में साहिबजादी बहन हनीप्रीत जी इन्सां ने भी आपजी का बखूबी साथ दिया है। फिल्म में डॉ. एमएसजी ने युवा और बुजुर्ग के रूप में किरदारों को बहुत ही उम्दा ढंग से निभाया है। आपजी की सहयोगी के रूप में साहिबजादी हनीप्रीत जी इन्सां ने भी सुपर परफारमेंस दी है। आप जी की बेटी साहिबजादी अमरप्रीत जी इन्सां ने भी (प्लेबैक) गाने में अपनी मधुर आवाज का जादू बिखेरा है। इनके अलावा डॉ. आदित्य इन्सां, दीक्षा इन्सां, डॉ. दिलावर इन्सां, राकेश धवन इन्सां, रमेश चहल इन्सां, डॉ. अजय गोपलानी इन्सां, डॉ. मीना इन्सां आदि कलाकारों ने भी अच्छा काम किया है।

डॉ. एमएसजी और आपजी की बेटी की सुपरहिट जोड़ी (बाप-बेटी की जोड़ी) अभिनय, एक्शन और डॉयलाग डिलीवरी दर्शकों को ‘हिन्द का नापाक को जवाब’ मूवी के मोहपाश में बांधते हैं। पाक पीएम का ये कहना,‘‘खुद 300 साल से जिंदा है और हमारे 75 साल भी उसको पच नहीं रहे हैं, देश के दुश्मनों के दिल में शेर-ए-हिन्द के खौफ को बयां करता है। बाप-बेटी की सुपरहिट जोड़ी के बेहतरीन निर्देशन में फिल्म की पूरी कहानी निर्बाध कल-कल बहते झरने की तरह आगे बढ़ती है। सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में वाकिफ होते हुए भी दर्शक इस फिल्म को अंत तक देखे बिना नहीं रह पाएंगे।

फिल्म के गानों ‘जंग है हमरी आतंकवाद से’, ‘सिस्टम हिल गया’, ‘तुझे पा के’, ‘थैंक्यू फॉर दैट’ को डॉ. एमएसजी ने बेहतरीन तरीके से सजाया है। लिरिक्स भी इस मामले में बेमिसाल है। फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक भी बहुत ही अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। बैकग्राउंड में चलने वाला म्यूजिक ‘आग का दरिया, समुद्र का तूफान शेर-ए-हिन्द’ भी समा बांधता है।
– संदीप कंबोज

दुकानदारों ने दुकानें बंद रख देखी फिल्म

‘हिंद का नापाक को जवाब’ की रिलीजिंग को लेकर हर वर्ग में खासा जुनून दिखाई दिया। फिल्म रिलीजिंग की खुशी में सरसा समेत देशभर के विभिन्न शहरों से गांवों तक भी बाजार बंद रहे। अनेकों जगह दुकानदारों ने अपनी दुकानों को बंद कर सिनेमाघरों व पीवीआर का रूख किया तथा फिल्म का लुत्फ उठाया।

कहीं हलवा तो कहीं बंटे लड्डू

‘हिंद का नापाक को जवाब’ की रिलीजिंग के पहले दिन कहीं हलवा बंट रहा था तो कहीं लड्डू, रसगुल्ले व अन्य मिठाईयां। सिनेमाघरों व पीवीआर के बाहर शुक्रवार को जश्न मनाते हुए सिने-प्रेमी जमकर अपनी खुशियों का इजहार कर रहे थे।

राष्ट्र -सेवा की मिली सीख

फिल्म के बाद जैसे ही दर्शक सिनेमाघर से बाहर निकलते हैं, तो उनके चेहरे पर एक अलग ही गजब का जोश व जुनून दिखाई पड़ता है जो कि मुल्क के दुश्मन आतंकियों को कड़ा सबक सिखाने के प्रति है। फिल्म में जहां डॉ. एमएसजी पाकिस्तान में जाकर यानि उनके घर में ही घुसकर आतंकियों के कैंपों को नेस्तनाबूद कर अपनी सरजमीं की रक्षा करते हुए दिखाई दे रहे हैं, बल्कि वहां के बिलोचिस्तान प्रांत के लोगों को भी आतंक के आकाओं के चंगुल से छुड़वाते हुए दिखाई दे रहे हैं।

गणमान्य जनों की प्रतिक्रियाएं :-

फिल्म में आतंकवाद के लिए हमारे बहादुर सैनिकों को एक ‘उचित डोज’ देने पर मैं बहुत उत्साहित हूं।
– विजेंद्र सिंह, बॉक्सर (ट्वीटर के माध्य से)

फिल्म के पोस्टरों व सोशल मीडिया में हो रहे प्रचार से फिल्म के बारे में पता चल रहा था कि ये देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत है और आज फिल्म देखने के बाद अहसास हुआ कि वाकई मूवी के अंदर देशभक्ति की भावना व देश के प्रति जज्बे को भरने की पूरी कोशिश की गई है। उन लोगों को भी सबक दिया है जो भारतीय सेना की दलेराना कार्यवाही पर सवाल उठा रहे थे और हमारी आर्मी से उनके इस एक्शन का सबूत मांग रहे थे। फिल्म के अंदर सबूत मांगने वालों को जवाब के साथसाथ हमारे पड़ौसी देश की नापाक हरकतों को भी दिखाया गया है। इसके लिए गुरु जी बधाई के पात्र हैं।

– सुभाष बराला, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष व विधायक, टोहाना (हरि.)

शुरूआती दौर में अच्छी व सभ्य फिल्में बनती थी जो प्रेरणादायक होती थी, लेकिन बीच के दौर में ये पद्धति बदलती गई और फिल्मों में नंगापन व अश्लीलता आती गई। ऐसा समय भी आ गया था कि कोई पूरा परिवार तो दूर, एक परिवार के दो सदस्य भी एक साथ बैठकर फिल्म नहीं देख सकते थे। लेकिन डॉ. एमएसजी की ऐसी फिल्में लगातार सिनेमाघरों में आती रही तो अवश्य ही अश्लीलता व नंगेपन को बढ़ावा देने वाली फिल्में अपने आप ही बंद हो जाएंगी।

– ईश सरना, प्रसिद्ध समाजसेवी व उद्योगपति, टोहाना (हरि.)

फिल्म देखकर मैं बहुत प्रभावित हुआ हूं। फिल्म में भारत विरोधी देशों को सख्त संदेश दिया है और आतंकवाद का कड़े शब्दों में विरोध किया गया है। बेटियों को सबला बनाने का संदेश भी दिया गया है। ऐसी फिल्में समाज में जरूर बदलाव लाएंगी।

-सरूप सिंगला, पूर्व विधायक, भटिंडा

गुरू जी द्वारा सर्जीकल स्ट्राईक पर बनाई गई यह फिल्म देशभक्ति के जज्बे व राष्टÑवाद की सोच पैदा करने में अहम् भूमिका निभाएगी।

– चौ. सुरजीत कुमार ज्याणी, स्वास्थ्य व
जन-कल्याणमंत्री (पंजाब)

मैं इस फिल्म से बहुत प्रभावित हुई हूं। मुझे इस फिल्म की कहानी, देशभक्त की भावना, पूज्य गुरुजी का जज्बा, दिल को छूने वाला लगा है। पूज्य गुरुजी द्वारा दुश्मनों के नापाक इरादों का मुंहतोड़ जवाब देना, हर हिन्दुस्तानी के दिल को जीत लेने वाला है।

– विनीताराज

मैनेजिंग डायरेक्टर वर्ल्ड डीलर्स प्राईवेट लिमिटेड, इन्दौर (एमपी)

– प्रस्तुति जसविन्द्र इन्सां, सन्दीप कम्बोज

– छाया : अनिल चावला, जस्सी

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